Maharashtra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के आठ अन्य नेताओं के साथ शपथ लेने के लगभग दो सप्ताह बाद शुक्रवार को राज्य के वित्त एवं योजना मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला. एक बयान में कहा गया कि विभागों की आधिकारिक घोषणा से पहले ही वित्त और योजना विभाग के दो सचिवों ने उन्हें विभागों से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई.
उनका नया कार्यालय ‘मंत्रालय’ की पांचवीं मंजिल पर होगा, जो उपमुख्यमंत्री के कार्यालय के तौर पर भी काम करेगा. शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी से अलग होने के बाद, अजित पवार और आठ अन्य एनसीपी नेताओं ने दो जुलाई को मंत्री पद की शपथ ली थी और शुक्रवार को उनके विभागों का बंटवारा किया गया.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, धनंजय मुंडे को कृषि विभाग दिया गया है, जबकि दिलीप वाल्से-पाटिल नये सहकारिता मंत्री होंगे. बयान के अनुसार, मंत्री बने अन्य एनसीपी नेताओं में हसन मुशरिफ को चिकित्सा शिक्षा, छगन भुजबल को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, धर्मराव अत्राम को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, संजय बनसोडे को खेल, अदिति तटकरे को महिला और बाल विकास तथा अनिल पाटिल को राहत, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
शिवसेना (यूटीबी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि भविष्य में एकनाथ शिंदे को हटाकर अजित पवार को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. पवार को वित्त और योजना मंत्रालय दिए जाने के बाद राउत ने दावा किया, “अजित पवार भविष्य में मुख्यमंत्री बन सकते हैं. यह निश्चित है कि मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) को हटाया जाएगा.”
महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि समय उन 40 विधायकों से बदला ले रहा है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी. दानवे ने कहा कि जब अजित पवार महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का हिस्सा थे, तब शिवसेना के विधायकों ने उन पर उन्हें (विधायकों को) धन से वंचित करने का आरोप लगाया था और पार्टी छोड़ दी थी और आज वही व्यक्ति राज्य के वित्त मंत्री बन गए हैं.