जब कोई व्यक्ति छोटी सी बात को भी हद से ज्यादा समय तक सोचने लगता है तो इसे मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा जाता है और यह ओवरथिंकिंग कहलाती है.
जब कोई व्यक्ति छोटी सी बात को भी हद से ज्यादा समय तक सोचने लगता है तो इसे मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा जाता है और यह ओवरथिंकिंग कहलाती है.