How To Prevent Heart Attack: हार्ट हेल्थ के बारे में बहुत सारे मिथ्स हमारी डेली लाइफ के डिसकशन में भी सुनने को मिल जाते हैं. जैसे, हार्ट से जुड़ी दिक्कतें तो 40-50 की उम्र के बाद शुरू होती हैं. यंग ऐज में इस बारे में चिंता करने की जरूर नहीं हैं! कभी ये बात सही हुआ करती थी लेकिन अब नहीं है. क्योंकि लाइफ में जिस तेजी से स्ट्रेस बढ़ रहा है, सोने-जागने, खाने-पीने का समय बदल गया है, उसका असर हार्ट की हेल्थ पर भी देखने को मिल रहा है. जिस कारण कम उम्र में भी युवाओं को हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवानी पड़ रही है. यहां हार्ट हेल्थ से जुड़े ऐसे कॉमन मिथ्स के बारे में बात की जा रही है, जिनसे बचना आपके लिए बहुत जरूरी है…

1. मिथ- कम उम्र में हार्ट अटैक नहीं होते.
फैक्ट- ऐसे कई केस सामने आएं हैं, जिनमें 20 से 24 साल के युवाओं को हार्ट अटैक हुआ और पहले ही अटैक में उनकी जान चली गई! यानी ट्रीटमेंट का भी टाइम नहीं मिला…पोस्ट कोविड इस तरह के केस काफी बढ़ गए हैं. इसलिए कार्डियोलजिस्ट सलाह देते हैं कि अपने 20’S  में दो बार 30’S में तीन बार और 40’S में चार बार हार्ट का कंप्लीट चेकअप कराएं. इसके बाद 50’S से हर साल ये चेकअप कराना चाहिए.

2. मिथ- रेड वाइन हार्ट के लिए हेल्दी होती है
फैक्ट-  रेड वाइन में पाए जाने वाले ऐंटिऑक्सिडेंट्स, जिन्हें पॉलिफेनोल्स कहा जाता है, ये ब्लड वेसल्स को क्लियर करने या लाइनिंग से बचाने में तो हेल्प कर सकते हैं लेकिन वर्ल्ड हेल्थ फेडरेशन के अनुसार, अब तक किसी भी एल्कोहोल के बारे में किसी रिसर्च में यह साबित नहीं हो पाया है कि एल्कोहोल हार्ट के लिए हेल्दी होता है. इसलिए अगर आप अब तक रेड वाइन नहीं पीते हैं तो इसे सिर्फ ये सोचकर पीना शुरू ना करें कि ये आपके हार्ट को हेल्दी रखेगी!

3. मिथ- हेल्दी डायट और एक्सर्साइज हमेशा हार्ट डिजीज से बचाती हैं
फैक्ट- हेल्दी डायट, डेली एक्सर्साइज, एल्कोहोल ना लेना और स्मोकिंग से दूर रहना. ये ऐसे जरूरी फैक्टर्स हैं, जो हार्ट को हेल्दी रखने और हार्ट की बीमारियों से बचाने में बहुत अधिक मदद करते हैं. लेकिन ये नहीं मानना चाहिए कि जो लोग ऐसा करते हैं, उन्हें कभी हार्ट अटैक नहीं आता. क्योंकि हार्ट डिजीज के लिए खराब लाइफस्टाइल के अलावा कई जेनेटिक कारण भी जिम्मेदार होते हैं. 

4. मिथ- हार्ट हेल्थ के लिए सिर्फ बेड कोलेस्ट्रोल पर नजर रखें.
फैक्ट- हमारे शरीर में दो तरह का कोलेस्ट्रोल होता है, जिसे हम गुड और बैड कोलेस्ट्रोल के रूप में जानते हैं. अभी तक माना जाता रहा है कि गुड कोलेस्ट्रोल हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा होता है इसलिए इसके बढ़ने से कोई समस्या नहीं होती. हालांकि यह भी एक मिथ ही है. क्योंकि गुड कोलेस्ट्रोल एक लिमिट से अधिक बढ़ जाए तो दिल की कई बीमारियों का कारण बन जाता है.

5. मिथ- फैट हार्ट हेल्थ के लिए बुरा है

फैक्ट- हार्ट को हेल्दी रखने के लिए भी फैट जरूरी होता है. जो फैट हार्ट के लिए बुरे होते हैं, उनमें ट्रांसफैट और सैचुरेटेड फैट शामिल हैं. जबकि मोनोअनसैचुरेटेड फैट और पोलिअनसैचुरेटेड फैट्स को यदि बैलेंस डायट के रूप में लिया जाए तो ये हार्ट की कई बीमारियों से बचाते हैं. जैसे, मीट और बटर में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट होता है, जो हार्ट को नुकसान पहुंचाता है. जबकि ऑलिव ऑइल और एवोकेडो में सैचुरेटेड फैट कम होता है जबकि पोलिअनसैचुरेटेड फैट और मोनोअनसैचुरेटेड फैट अधिक मात्रा में होता है, ये हार्ट को फायदा पहुंचाते हैं.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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