Atiq Ahmed Shot Dead: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में शनिवार रात मेडिकल कॉलेज के सामने तीन हत्यारों ने पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ अहमद को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि अतीक को मानों इस बात का अंदाजा बहुत पहले से था कि वो जिन रास्तों पर चल रहा है, वहां उसका अंजाम क्या होगा.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार साल 2004 में प्रयागराज के फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अतीक ने पत्रकारों से कहा था- ‘इनकाउंटर होगा, या पुलिस मारी… या कोई अपनी बिरादरी का सरफिर… सड़के किनारे पड़े मिलब’
‘सबको पता होता अंजाम’
एक बार पत्रकारों से बात करते हुए अतीक ने कहा था कि ‘सबको पता होता अंजाम क्या होना है..’ अतीक ने कहा था- सबको पता होता है अंजाम क्या होना है… कब तक टाला जा सकता है ये सब… इसकी ही जद्दोजहद है…’
जब पत्रकारों ने अतीक से कहा कि वह फूलपुर जैसी ऐतिहासिक सीट से चुनाव लड़ रहा है, जहां से पंडित जवाहर लाल नेहरू सांसद थे, इस पर माफिया ने कहा था- पंडित जी की तरह हम नैनी जेल में भी रहे हैं… वो किताब लिखे वहां… हमें अपनी हिस्ट्रीशीट की वजह से जाना पड़ा था.’
घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश देते हुए तीन सदस्यीय जांच आयोग के गठन के निर्देश दिये हैं. वहीं, घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
गोलीबारी की घटना रात करीब 10 बजे की है जो कैमरे में दर्ज हो गई क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाते समय मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे.
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं.’’ बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के भी निर्देश दिये हैं.