Sukma News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनाव को देखते हुए कांग्रेसी विधायकों (Congress MLA) ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी है. हाल ही में राजधानी रायपुर (Raipur) में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा (Kumari Shailja) के नेतृत्व में मुख्यमंत्री समेत कैबिनेट मंत्रियों की हुई, बैठक के बाद सभी मंत्री अपने- अपने विधानसभा क्षेत्रों में दौरे पर जुट गए हैं. 

बस्तर संभाग के कोंटा विधानसभा से पांच बार के विधायक और आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी रायपुर में हुई बैठक के बाद, अपने विधानसभा क्षेत्र कोंटा में पिछले कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं. जहां वह विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान मंत्री कवासी लखमा लगभग 19 साल बाद नक्सलगढ़ गोलापल्ली गांव पहुंचे और यहां ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाकर करीब साढ़े 10 करोड़ रु. के विकास कार्यों की सौगात ग्रामीणों को दी. 

अपने ही विधानसभा के इस इलाके में पहुंचे 19 साल बाद

अपने ही विधानसभा क्षेत्र के इस गोलापल्ली गांव में करीब 19 साल बाद पहुंचने की वजह मंत्री कवासी लखमा ने नक्सली दहशत बताया. उन्होंने कहा कि गोलापल्ली में ग्रामीणों के बीच जाने के लिए उन्हें नक्सली दहशत ने रोक रखा था, इस वजह से 19 साल तक गोलापल्ली और उससे लगे आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने विधायक का चेहरा नहीं देखा था. हालांकि आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए, इस बार मंत्री कवासी लखमा हेलीकॉप्टर से गोलापल्ली, पोटकपल्ली और कोलियागुड़ा के ग्रामीणों के बीच पहुंचे और करीब साढ़े 10 करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास और भूमि पूजन किया.

ग्रामीण विधायक को देख थे हैरान

दरअसल प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने ही विधानसभा क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कहे जाने वाले पोटकपल्ली, गोलापल्ली और कोलाईगुड़ा गांव के दौरे पर पहुंचे हुए थे.  हेलीकॉप्टर से किष्टाराम थाना क्षेत्र के पोटकपल्ली गांव पहुंचने के बाद लखमा ने यहां के ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी और गांव में संचालित स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया. 

राज्य सरकार में मंत्री लखमा ने ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाने के दौरान क्षेत्र के विकास में हर संभव मदद करने का ग्रामीणों का आश्वासन दिया. जिसके बाद मंत्री कवासी लखमा घोर नक्सल क्षेत्र गोल्लापल्ली गांव पहुंचे. यहां के ग्रामीणों से मिलने 19 साल बाद पहुंचे विधायक और मंत्री लखमा को एकटक देखते रहे. कवासी लखमा ने क्षेत्र वासियों के लिए साढ़े 10 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया, साथ ही इन विकास कार्यों में 50 लाख रुपये की लागत से खेल मैदान बनाने की घोषणा की. 

नक्सली इस इलाके में बैकफुट पर हैं- मंत्री लखमा

मंत्री लखमा ने ग्रामीणों से कहा कि अब गांव और यहां के ग्रामीणों का विकास होगा, नक्सली दहशत ने उन्हें इस गांव में आने से रोक रखा था, इससे पहले साल 2004 में मंत्री कवासी लखमा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ इस गांव में पहुंचे हुए थे. उसके बाद नक्सलवाद इस कदर हावी रहा कि उन्होंने इस गांव में 19 साल तक कदम नहीं रखा. मंत्री लखमा ने दावा किया कि पिछले कुछ सालों से नक्सली इस इलाके में बैकफुट पर हैं और ये कांग्रेस सरकार आने के बाद मुमकिन हो पाया है. इस वजह से वह ग्रामीणों से मिलने उनके गांव पहुंचे हैं, उन्होंने कहा कि अब गांव का विकास होगा और गोलापल्ली के साथ ही पूरे आस- पास के गांवो में मूलभूत सुविधाएं पहुंचेंगी.

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