Udiapur News: राजस्थान में इन दोनों चल रहे लाल डायरी विवाद मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस को घेरती जा रही और हावी हो रही है. इसी क्रम में चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कांग्रेस के मंत्रियों पर बड़ा आरोप लगाया है. चंद्रभान सिंह आख्या का कहना है कि राजेंद्र गुढ़ा को धारीवाल ने लात मारी, अमीन कागजी संग मंत्रियों ने भी मारा, मैं इसकी गवाही देने को तैयार हूं. विधायक आक्या के इस बयान के बाद से सियासी चर्चाएं तेज हो गई है. जानिए विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने क्या कहा.

दरअसल भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत प्रत्येक जिले में लगातार विरोध प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने एक कार्यक्रम के दौरान गहलोत सरकार पर हमला बोला. उन्होंने गहलोत सरकार के साढे चार वर्ष के कार्यकाल का चिट्ठा पेश करते हुए कहा कि इस सरकार में लूट खसोट, पेपर लीक, दलित अत्याचार और साम्प्रदायिक घटनाओं का बोलबाला रहा. होटलों में चलने वाली सरकार ने आमजन पर ध्यान नहीं दिया और अब जब सरकार के जाने का समय आया आमजन को लुभाने के लिए थोथी घोषणाएं करने में लगे है.

गुढ़ा के साथ हुई मारपीट का साक्षी हूं

उन्होंने विधानसभा में हुए राजेन्द्र गुढ़ा के प्रकरण पर कहा कि कोई मंत्री सरकार पर आरोप लगाये,  इससे कोई बड़ी बात नहीं हो सकती. उन्होंने जब आवाज उठाने की कोशिश की तो उनके साथ विधानसभा में मारपीट की गई और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई. खुद शांति धारीवाल ने मंत्री गुडा को लात मारी तो अमीन कादरी ने मंत्रियों और विधायकों के साथ उन्हें मारा-पीटा. मैं खुद इसका साक्षी हूं, अगर गुडा चाहे तो वह गवाही देने को तैयार है.

विधायक आक्या ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पदयात्रा करके आरपीएससी को भंग करने की मांग की है क्योंकि बेरोजगार युवाओ के साथ इस सरकार ने कुठाराघात किया है. इसके अलावा पेपर लीक की घटनाओं, महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा. 



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