<p>आज विश्लेषण में सबसे पहले बात रामगोपाल की पलटीमार सियासत… मायावती ने बढ़ाई भाजपा की ताकत…क्योंकि जबसे नई संसद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लड़ाई शुरू हुई है…तब से ये दिखाने की कोशिश हो रही है कि कितने दल इसका विरोध कर रहे है और कितने भाजपा के साथ खड़े हैं… क्योंकि मायावती ने विरोध कर रहे विपक्ष को ना सिर्फ आडे हाथों लिया है… वहीं एक सवाल रामगोपाल यादव की पलटीमार सियासत ने खड़ा कर दिया है…क्योंकि जो रामगोपाल पहले कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री से नई संसद की बात कह रहे थे वो रामगोपाल अब नई संसद का उद्घाटन राट्रपति से कराने की बात कह रहे हैं… तो कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम समूचे विपक्ष को अपनी रणनीति पर विचार करने की नसीहत दे रहे हैं… ये रिपोर्ट देखिए </p>
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