Rudraprayag : केदारनाथ पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर हाॅकर और डंडी-कंडी संचालक अगर इस बार यात्रियों के साथ अभद्रता करेंगे तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन इस बार प्रत्येक घोड़े-खच्चर हाॅकर को पहचान-पत्र जारी करेगा और यात्री को यात्रा करने से पूर्व इस पत्र की फोटो खींचनी होगी. यदि फिर हाॅकर यात्रियों के साथ अभद्रता करता है या फिर आधे रास्ते में उतार देता है तो उसका लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही अन्य कार्रवाई की जाएगी. 

कई बार यात्रियों से होता है दुर्व्यवहार

यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ पैदल मार्ग पर हजारों की संख्या में घोड़े-खच्चरों का संचालन होता है.  कई बार घोड़े-खच्चर संचालक पैदल यात्रा मार्ग पर यात्रियों के साथ अभद्रता करते हैं. साथ ही आधे रास्ते में ही उतार देते हैं. ऐसे में यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और वह शिकायत भी नहीं कर पाते हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए इस बार पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चर संचालकों को प्रशासन की ओर से अलग से पहचान-पत्र जारी किए जाएंगे. घोड़े-खच्चर का संचालन करते समय इस हाॅकरों को यह पत्र यात्री को दिखाने होंगे और यात्री को इस पहचान-पत्र की फोटो खींचनी होगी या फिर अपने पास रखना होगा. जब हाॅकर यात्री को सुरक्षित पड़ाव तक छोड़ेगा, तभी यात्री की ओर से यह पहचान- पत्र हाॅकर को वापस किया जाएगा. अगर घोड़ा-खच्चर संचालक यात्री के साथ रास्ते में अभद्रता करता है या फिर आधे रास्ते में छोड़ देता है तो यात्री को यह पहचान- पत्र पुलिस को दिखाना होगा, जिसके बाद घोड़ा-खच्चर संचालक का लाइसेंस निरस्त होने के साथ ही उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

डीएम मयूर दीक्षित ने दी आई-कार्ड जारी करने जानकारी

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि डंडी-कंडी और घोड़ा-खच्चर का संचालन करने वालों के खिलाफ कई बार शिकायतें आती हैं, लेकिन उनकी पहचान न होने के कारण उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है. ऐसे में इस बार उनकी पहचान के लिए आई कार्ड वितरित किए जा रहे हैं, जिससे उनकी पहचान हो और फिर कोई गलती करे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.

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